रणथंभौर : 28 जुलाई, 2021।
एक अप्रैल 2021, गुरूवार को एक मृत शावक मिला, जो एक कंकाल के रूप में जोन नंबर दो के गांधरा क्षेत्र में पाया गया। वन विभाग के अनुसार शावक का शव सड़ा-गला था। पूरे शरीर में, मैगटस् (कीड़े) पड़े हुए थे और जो चार से पांच दिन पुराना प्रतीत हो रहा था। यह बाघिन T-60 के तीसरे प्रसव का शावक था।
वन विभाग के सू़़त्रों के अनुसार, वन अधिकारियों ने शावक का पोस्ट-मार्टम कराकर, उसका अन्तिम संस्कार किया। इस मौके पर मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, मोहन लाल मीणा जयपुर, टी सी वर्मा, मुख्य वन संरक्षक रणथंभौर टाईगर रिजर्व सुधीर चौधरी और पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहे।
बाघिन, जूनियर इन्दू उर्फ T-60 :
बाघिन, T-60 का नाम जूनियर इन्दू है, जो एक परिपक्व बाघिन है, जिसका जोन नंबर 2 में अपने इलाके पर पूर्णतः प्रभुत्व है। इस प्रसव से पहले बाघिन ने दो और प्रसव दिये थे। बाघिन, T-60 ने अपना पहला प्रसव मार्च 2016 में दिया था, जिसमें तीन शावकों ने जन्म लिया था, जिसमें दो नर और एक मादा शावक थे। बाघिन, जूनियर इन्दू ने अपनादूसरा प्रसव, मई 2019 में दिया था, जिससे इकलौता नर शावक पैदा हुआ था।
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान 70 से ज्यादा बाघों का घर है, जो 1955 में सवाई माधोपुर वन्यजीव अभयारण्य बना। सन 1973 में, इस पार्क को प्रोजेक्ट टाईगर घोषित किया गया और 1980 में, इसे नेशनल पार्क का दर्जा हासिल हुआ।